क्या आप रचनात्मकता और कला के प्रति जुनूनी हैं? क्या आप कपड़ों और स्टाइल के जरिए कहानियां बुनना चाहते हैं? यदि हाँ, तो फैशन डिजाइनिंग की परिभाषा आपके लिए एक रोमांचक करियर विकल्प हो सकता है। 12वीं के बाद फैशन डिजाइनिंग में कई तरह के कोर्स उपलब्ध हैं जो आपको इस ग्लैमरस और प्रतिस्पर्धी उद्योग में प्रवेश करने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान प्रदान कर सकते हैं।इस लेख में, हम 12वीं के बाद फैशन डिजाइनिंग में उपलब्ध विभिन्न कोर्स, उनमें प्रवेश के लिए आवश्यक योग्यता, शीर्ष संस्थानों और इस क्षेत्र में करियर की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे। हम आपको यह भी बताएंगे कि कैसे आप अपनी रचनात्मक प्रतिभा को निखारकर और उद्योग की बारीकियों को समझकर एक सफल फैशन डिजाइनर बन सकते हैं।
फैशन डिजाइनिंग क्या है – What is fashion designing in Hindi
fashion designing kya hota hai
फैशन डिजाइनिंग कपड़े, जूते, बैग और गहने जैसे वस्त्रों और परिधानों की कल्पना, डिजाइन और निर्माण करने की कला है। यह रचनात्मकता, तकनीकी कौशल और बाजार की समझ का मिश्रण है। फैशन डिजाइनर रंगों, कपड़ों, बनावट और सजावट का उपयोग करके नवीन और ट्रेंडी डिजाइन तैयार करते हैं जो न केवल दिखने में सुंदर होते हैं, बल्कि पहनने में भी आरामदायक और कार्यात्मक होते हैं।
12वीं के बाद फैशन डिजाइनिंग में कई तरह के कोर्स उपलब्ध हैं, जिनमें डिप्लोमा, बैचलर डिग्री, और मास्टर डिग्री शामिल हैं। ये कोर्स छात्रों को डिजाइनिंग के बुनियादी सिद्धांतों, कपड़ों के ज्ञान, ड्राइंग और पैटर्निंग कौशल, और फैशन उद्योग के कामकाज के बारे में सिखाते हैं।
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फैशन डिजाइनर के प्रकार – Types of Fashion Designers in Hindi
12वीं के बाद फैशन डिजाइनिंग में कई तरह के कोर्स उपलब्ध हैं, जो छात्रों को अपनी रुचि और करियर के लक्ष्यों के अनुसार चुनने का विकल्प प्रदान करते हैं। कुछ लोकप्रिय प्रकारों में शामिल हैं
- फैशन डिज़ाइन (Fashion design)- यह सबसे व्यापक फैशन के प्रकार है जो छात्रों को कपड़ों और सहायक उपकरणों के डिजाइन के सभी पहलुओं को सिखाता है।
- टेक्स्टाइल डिज़ाइन (Fashion design) – यह कोर्स छात्रों को कपड़ों के निर्माण, विभिन्न प्रकार के कपड़ों और प्रिंटिंग तकनीकों के बारे में सिखाता है।
- फुटवियर डिज़ाइन (Footwear design) – यह कोर्स छात्रों को जूते और अन्य पैरों के वस्त्रों के डिजाइन और निर्माण के बारे में सिखाता है।
- एक्सेसरी डिज़ाइन (Accessory design)- यह कोर्स छात्रों को बैग, गहने, स्कार्फ और टोपी जैसे सहायक उपकरणों के डिजाइन और निर्माण के बारे में सिखाता है।
- कॉस्ट्यूम डिज़ाइन (Costume design) – यह कोर्स छात्रों को थिएटर, फिल्मों और टेलीविज़न के लिए वेशभूषा के डिजाइन और निर्माण के बारे में सिखाता है।
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फैशन डिजाइनिंग कोर्स कैसे करें – How to do fashion designing course in Hindi
12वीं के बाद फैशन डिजाइनिंग कोर्स में प्रवेश लेने और इस क्षेत्र में सफल होने के लिए, छात्रों में कुछ आवश्यक कौशल होने चाहिए। इनमें शामिल हैं
- रचनात्मकता और कलात्मक सोच– फैशन डिजाइनिंग एक रचनात्मक क्षेत्र है, इसलिए छात्रों में कल्पनाशील और अभिनव होने की क्षमता होनी चाहिए। वे नए विचारों के साथ आने और उन्हें स्केच और डिजाइनों में बदलने में सक्षम होने चाहिए।
- तकनीकी कौशल– फैशन डिजाइनिंग केवल रचनात्मकता के बारे में नहीं है। छात्रों को पैटर्न मेकिंग, सिलाई, और परिधान निर्माण जैसे तकनीकी कौशल में भी कुशल होना चाहिए। उन्हें विभिन्न प्रकार के कपड़ों और सिलाई तकनीकों के साथ काम करने में सक्षम होना चाहिए।
- बाजार की समझ– फैशन डिजाइनरों को नवीनतम फैशन रुझानों, उपभोक्ता की पसंद और बाजार की मांगों से अवगत होना चाहिए। वे यह समझने में सक्षम होने चाहिए कि कौन से डिजाइन बाजार में सफल होंगे और कौन से नहीं।
- संचार कौशल– फैशन डिजाइनरों को अपने विचारों को स्पष्ट रूप से और प्रभावी ढंग से संप्रेषित करने में सक्षम होना चाहिए। उन्हें डिजाइन टीमों, निर्माताओं और ग्राहकों के साथ काम करने में सक्षम होना चाहिए।
- व्यवसाय कौशल– फैशन डिजाइनिंग एक व्यवसाय भी है। छात्रों को बुनियादी व्यवसाय कौशल जैसे बजटिंग, मार्केटिंग और बिक्री की समझ होनी चाहिए।
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फैशन डिजाइनिंग कोर्स डिटेल्स इन हिंदी – Top fashion designing course in hindi
फैशन डिजाइनिंग कोर्स सिलेबस
12वीं के बाद फैशन डिजाइनिंग में कई तरह के कोर्स उपलब्ध हैं, जिनमें से कुछ सबसे लोकप्रिय हैं
- बैचलर ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (B.F.Tech)-फैशन डिजाइनिंग कोर्स यह चार साल का स्नातक डिग्री प्रोग्राम है जो छात्रों को फैशन डिजाइन के तकनीकी पहलुओं में प्रशिक्षण प्रदान करता है। इसमें डिजाइनिंग, पैटर्न मेकिंग, गारमेंट कंस्ट्रक्शन, फैशन टेक्नोलॉजी और फैशन बिजनेस जैसे विषय शामिल हैं।
- बैचलर ऑफ डिज़ाइन (B.Des) – फैशन डिज़ाइन– यह चार साल का स्नातक डिग्री प्रोग्राम है जो छात्रों को फैशन डिजाइन के रचनात्मक और तकनीकी दोनों पहलुओं में प्रशिक्षण प्रदान करता है। इसमें डिजाइनिंग, पैटर्न मेकिंग, गारमेंट कंस्ट्रक्शन, फैशन इतिहास, फैशन मार्केटिंग और फैशन कम्युनिकेशन जैसे विषय शामिल हैं।
- मास्टर ऑफ फैशन डिज़ाइन (M.F.Des)– यह दो साल का स्नातकोत्तर डिग्री प्रोग्राम है जो छात्रों को फैशन डिजाइन में विशेषज्ञता प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है। इसमें फैशन डिजाइन, फैशन प्रबंधन, फैशन टेक्नोलॉजी या फैशन रिसर्च जैसे विषयों में विशेषज्ञता शामिल हो सकती है।
- डिप्लोमा इन फैशन डिजाइन– यह दो साल का डिप्लोमा प्रोग्राम है जो छात्रों को फैशन डिजाइन की बुनियादी बातों से परिचित कराता है। इसमें डिजाइनिंग, पैटर्न मेकिंग, गारमेंट कंस्ट्रक्शन और फैशन इतिहास जैसे विषय शामिल हैं।
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पॉलिटेक्निक फैशन डिजाइनिंग कोर्स – Polytechnic Fashion Designing Course in Hindi
गवर्नमेंट फैशन डिजाइनिंग इंस्टीटूट्स
12वीं के बाद अगर आप फैशन डिजाइनिंग में अपना करियर बनाना चाहते हैं, तो आपके लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं। इनमें से एक है पॉलिटेक्निक फैशन डिजाइनिंग कोर्स। यह कोर्स 3 साल का होता है और इसमें आपको फैशन डिजाइनिंग के विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी जाती है, जैसे कि:
- डिज़ाइनिंग के बुनियादी सिद्धांत
- कपड़ों का ज्ञान
- पैटर्न मेकिंग
- सिलाई
- कंप्यूटर एडेड डिजाइन (सीएडी)
- फैशन इतिहास और रुझान
- बाजार विश्लेषण और विपणन
इस कोर्स को करने के लिए आप किसी भी मान्यता प्राप्त पॉलिटेक्निक संस्थान में आवेदन कर सकते हैं। प्रवेश के लिए आपको 12वीं में कम से कम 50% अंक होने चाहिए।
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आईटीआई फैशन डिजाइनिंग कोर्स डिटेल्स इन हिंदी
जैसा कि हमने पहले बताया आईटीआई फैशन डिजाइनिंग कोर्स इन हिंदी 1 से 2 साल की अवधि के होते हैं। इन कोर्सों में प्रवेश के लिए 12वीं पास होना आवश्यक है। कुछ संस्थानों में 10वीं पास छात्रों को भी प्रवेश दिया जाता है।
आईटीआई फैशन डिजाइनिंग कोर्स करने के बाद आप विभिन्न प्रकार के क्षेत्रों में काम कर सकते हैं, जैसे कि:
- फैशन डिज़ाइनर: आप कपड़ों, जूतों, गहनों और अन्य फैशन एक्सेसरीज़ के लिए डिजाइन बना सकते हैं।
- कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर: आप फिल्मों, नाटकों और विज्ञापनों के लिए वेशभूषा डिजाइन कर सकते हैं।
- टेक्स्टाइल डिज़ाइनर: आप कपड़ों के लिए प्रिंट, पैटर्न और रंगों को डिजाइन कर सकते हैं।
- फैशन स्टाइलिस्ट: आप लोगों को उनके व्यक्तित्व और अवसर के अनुसार कपड़े चुनने और पहनने में मदद कर सकते हैं।
- फैशन शिक्षक: आप फैशन डिजाइनिंग स्कूलों और कॉलेजों में छात्रों को पढ़ा सकते हैं।
आईटीआई फैशन डिजाइनिंग कोर्स, आपको फैशन उद्योग में सफल होने के लिए आवश्यक व्यावहारिक कौशल और ज्ञान प्रदान करते हैं। यदि आप फैशन की दुनिया में अपना करियर बनाना चाहते हैं, तो आईटीआई फैशन डिजाइनिंग कोर्स आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है।
10वीं के बाद फैशन डिजाइनिंग कोर्स – Fashion designing course after 10th in Hindi
यह कोर्स आपको डिजाइनिंग के बुनियादी सिद्धांतों, कपड़ों के ज्ञान, पैटर्न मेकिंग, सिलाई और विभिन्न डिजाइन तकनीकों से परिचित कराएगा। आप विभिन्न प्रकार के परिधानों को डिजाइन करना सीखेंगे, जैसे कि साड़ी, कुर्ता, लहंगा, गाउन, और पुरुषों के वस्त्र। इसके अलावा, आपको फैशन उद्योग के बारे में भी जानकारी दी जाएगी, जिसमें ट्रेंड, मार्केटिंग और व्यवसाय शामिल हैं।
डिप्लोमा फैशन डिजाइनिंग कोर्स – Diploma Fashion Designing Course in Hindi
इस कोर्स में आपको डिजाइनिंग के सिद्धांतों, कपड़ों के प्रकार, सिलाई, पैटर्न मेकिंग, रंगों का ज्ञान, और फैशन ट्रेंड्स के बारे में सिखाया जाता है। आपको डिजाइनिंग सॉफ्टवेयर का भी इस्तेमाल करना सिखाया जाता है। डिप्लोमा इन फैशन डिजाइनिंग कोर्स करने के लिए आप किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान में आवेदन कर सकते हैं। प्रवेश के लिए आपको 12वीं में कम से कम 50% अंक होने चाहिए।
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फैशन डिजाइनिंग के लिए टॉप कॉलेज – Top colleges for fashion designing in Hindi
फैशन डिजाइनिंग कोर्स इन दिल्ली
12वीं के बाद फैशन डिजाइनिंग में करियर बनाने के लिए भारत में कई बेहतरीन संस्थान हैं। इनमें से कुछ टॉप यूनिवर्सिटी निम्नलिखित हैं
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (NIFT)– NIFT भारत में फैशन डिजाइनिंग शिक्षा के लिए सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक है। यह दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, गांधीनगर, हैदराबाद, कलकत्ता, चेन्नई, पटना, रायपुर और शिलांग में स्थित है। https://www.nift.ac.in/
- फैशन डिजाइन काउंसिल ऑफ इंडिया (FDCI)– FDCI भारत में फैशन उद्योग का शीर्ष संगठन है। यह दिल्ली में स्थित है और फैशन डिजाइनिंग में विभिन्न स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्री प्रोग्राम प्रदान करता है। https://www.fdci.org/
- पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़– पंजाब यूनिवर्सिटी फैशन डिजाइनिंग में स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्री प्रोग्राम प्रदान करता है। यह चंडीगढ़ में स्थित है और अपनी उत्कृष्ट शिक्षा और अनुसंधान सुविधाओं के लिए जाना जाता है। https://puchd.ac.in/
- नालंदा विश्वविद्यालय, राजगीर– नालंदा विश्वविद्यालय फैशन डिजाइनिंग में स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्री प्रोग्राम प्रदान करता है। यह राजगीर, बिहार में स्थित है और अपनी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और समृद्ध संस्कृति के लिए जाना जाता है। https://nalandauniv.edu.in/
- आर्ट्स, कॉमर्स एंड साइंस कॉलेज, लखनऊ विश्वविद्यालय– लखनऊ विश्वविद्यालय फैशन डिजाइनिंग में स्नातक डिग्री प्रोग्राम प्रदान करता है। यह लखनऊ, उत्तर प्रदेश में स्थित है और अपनी किफायती शिक्षा और प्लेसमेंट रिकॉर्ड के लिए जाना जाता है। https://www.lkouniv.ac.in/
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गवर्नमेंट फैशन डिजाइनिंग इंस्टीटूट्स – Government Fashion Designing Institutes in Hindi
सरकारी फैशन डिजाइनिंग संस्थानों में शिक्षा शुल्क अपेक्षाकृत कम होता है, और इन संस्थानों से प्राप्त डिग्री भी अधिक मान्य होती है। भारत में कई प्रतिष्ठित सरकारी फैशन डिजाइनिंग संस्थान हैं, जैसे कि:
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (NIFT)
- नेशनल स्कूल ऑफ डिज़ाइन (NID)
- फैशन डिज़ाइन काउंसिल ऑफ इंडिया (FDCI)
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ अपैरल डिज़ाइन (IIAD)
गवर्नमेंट फैशन डिजाइनिंग कोर्स फीस – Government Fashion Designing Course Fees in Hindi
12वीं के बाद फैशन डिजाइनिंग एक लोकप्रिय करियर विकल्प बन गया है। रचनात्मकता और कल्पनाशीलता वाले छात्र इस क्षेत्र में सफल हो सकते हैं। सरकारी कॉलेज फैशन डिजाइनिंग में डिप्लोमा, डिग्री और पोस्ट-ग्रेजुएशन कोर्स ऑफर करते हैं।
सरकारी कॉलेजों में फैशन डिजाइनिंग कोर्स की फीस:
- डिप्लोमा फीस – 5,000 रुपये से 20,000 रुपये प्रति वर्ष (यह कोर्स 1 से 2 साल का होता है)
- डिग्री – बी.एफ.डी – 10,000 रुपये से 30,000 रुपये प्रति वर्ष (यह कोर्स 3 साल का होता है)
- पोस्ट-ग्रेजुएशन – एम.एफ.डी – 20,000 रुपये से 50,000 रुपये प्रति वर्ष (यह कोर्स 2 साल का होता है)
- बी.एससी फैशन डिजाइनिंग – 15,000 रुपये से 40,000 रुपये प्रति वर्ष (यह कोर्स 3 साल का होता है)
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12वीं के बाद फैशन डिजाइनिंग में करियर के लिए आवेदन प्रक्रिया –
12वीं के बाद फैशन डिजाइनिंग कोर्स के लिए भारतीय यूनिवर्सिटी में आवेदन प्रक्रिया संस्थान के अनुसार भिन्न हो सकती है।
सामान्य प्रक्रिया
- संस्थान का चुनाव– सबसे पहले, अपनी रुचि और योग्यता के आधार पर संस्थानों का चुनाव करें।
- वेबसाइट पर जाएं– चुने हुए संस्थानों की वेबसाइट पर जाएं और प्रवेश प्रक्रिया, पात्रता मानदंड, आवेदन शुल्क, महत्वपूर्ण तिथियां आदि के बारे में जानकारी प्राप्त करें।
- आवेदन पत्र भरें-ऑनलाइन फैशन डिजाइनिंग कोर्स या ऑफलाइन आवेदन पत्र भरें।
- आवश्यक दस्तावेज जमा करें– शैक्षणिक प्रमाण पत्र, अंकपत्र, आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो) आदि जैसे आवश्यक दस्तावेज जमा करें।
- प्रवेश परीक्षा (यदि लागू हो)– कुछ संस्थानों में प्रवेश परीक्षा होती है। परीक्षा में उत्तीर्ण होने पर ही आपको आगे की प्रक्रिया के लिए बुलाया जाएगा।
- मेरिट लिस्ट– प्रवेश परीक्षा और मेरिट के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है।
- कौंसलिंग– मेरिट लिस्ट में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को काउंसलिंग के लिए बुलाया जाता है।
- फीस जमा करें- फीस सीट आवंटित होने के बाद, निर्धारित समय सीमा के अंदर शुल्क जमा करें।
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फैशन डिजाइनिंग कोर्स फीस – Fashion designing course fees in Hindi
फैशन डिजाइनिंग कोर्स की फीस विभिन्न संस्थानों और कोर्स के प्रकार के आधार पर भिन्न होती है। सरकारी संस्थानों में फीस निजी संस्थानों की तुलना में कम होती है।
- गवर्नमेंट फैशन डिजाइनिंग कोर्स फीस – B.F.Tech.: ₹35,000 – ₹75,000 प्रति वर्ष
- फैशन डिजाइनिंग कोर्स इन लखनऊ फीस – बी.डीएस – 3.5 लाख रुपये प्रति वर्ष
- आईटीआई फैशन डिजाइनिंग कोर्स फीस – ₹10,000 से ₹20,000 प्रति वर्ष
12वीं के बाद फैशन डिजाइनिंग सब्जेक्ट्स – Fashion designing subjects in Hindi
फैशन डिजाइनिंग में, आप कपड़े, जूते, गहने और सहायक उपकरणों का डिजाइन बनाना सीखेंगे। आप रंगों, कपड़ों और पैटर्नों के साथ प्रयोग करना सीखेंगे, ताकि ट्रेंडी और स्टाइलिश डिजाइन तैयार कर सकें।
12वीं के बाद फैशन डिजाइनिंग में कई तरह के विषय शामिल हैं, जिनमें शामिल हैं:
- फैशन डिजाइन का मूल सिद्धांत: यह विषय आपको फैशन डिजाइन की बुनियादी बातें सिखाएगा, जैसे कि रेखा, आकार, रंग, पैटर्न और बनावट।
- ड्राइंग और स्केचिंग: यह विषय आपको कपड़ों और सहायक उपकरणों के डिजाइन बनाने के लिए आवश्यक तकनीकी कौशल सिखाएगा।
- कपड़ा विज्ञान: यह विषय आपको विभिन्न प्रकार के कपड़ों, उनके गुणों और उपयोग के बारे में सिखाएगा।
- फैशन इतिहास: यह विषय आपको फैशन के रुझानों और विभिन्न युगों के डिजाइनरों के बारे में सिखाएगा।
- कंप्यूटर एडेड डिजाइन (सीएडी): यह विषय आपको डिजाइन सॉफ्टवेयर का उपयोग करके डिजिटल डिजाइन बनाने और प्रस्तुत करने के लिए सिखाएगा।
- पैटर्न मेकिंग और निर्माण: यह विषय आपको कपड़ों के पैटर्न बनाने और उन्हें सिलाई करने के लिए सिखाएगा।
- फैशन मार्केटिंग और प्रबंधन: यह विषय आपको अपने डिजाइन बेचने और एक सफल फैशन व्यवसाय चलाने के लिए आवश्यक व्यावसायिक कौशल सिखाएगा।
12वीं के बाद फैशन डिजाइनिंग में कई तरह के करियर विकल्प उपलब्ध हैं। आप एक फैशन डिजाइनर, स्टाइलिस्ट, कॉस्ट्यूम डिजाइनर, टेक्सटाइल डिजाइनर, फैशन मर्चेंडाइजर या फैशन एडिटर के रूप में काम कर सकते हैं।
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12 वीं के बाद फैशन डिजाइनिंग के लिए प्रवेश परीक्षा (Entrance exam)
अब आइए देखते हैं 12वीं के बाद यह डिजाइनिंग कोर्स में प्रवेश के लिए कई संस्थान अपनी प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं। कुछ लोकप्रिय प्रवेश परीक्षाएं निम्नलिखित हैं
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (NIFT) प्रवेश परीक्षा– यह NIFT द्वारा आयोजित राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है।
- फैशन डिजाइन काउंसिल ऑफ इंडिया (FDCI) प्रवेश परीक्षा– यह FDCI द्वारा आयोजित राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है।
- यूनिटी एंट्रेंस टेस्ट फॉर डिज़ाइन (UCEED)– यह IIT खड़गपुर द्वारा आयोजित राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है।
- सीईईडी (Common Entrance Exam for Design)-यह UCEED के समान है और इसे IIT बॉम्बे द्वारा आयोजित किया जाता है।
- पर्ल अकादमी प्रवेश परीक्षा– यह पर्ल अकादमी द्वारा आयोजित अपनी प्रवेश परीक्षा है।
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12वीं के बाद फैशन डिजाइनिंग में करियर स्कोप – Career Scope in Fashion Designing in Hindi
अब बात करते हैं 12वीं के बादFashion डिजाइनिंग कोर्स करने वाले छात्रों के लिए कई करियर विकल्प उपलब्ध हैं।
कुछ लोकप्रिय करियर विकल्पों में निम्नलिखित शामिल हैं
- फैशन डिजाइनर– फैशन डिजाइनर कपड़े, जूते, गहने और अन्य फैशन सहायक उपकरण डिजाइन करते हैं।
- टेक्स्टाइल डिजाइनर- टेक्सटाइल डिजाइनर कपड़ों और अन्य वस्त्रों के लिए पैटर्न और डिजाइन बनाते हैं।
- फैशन स्टाइलिस्ट– फैशन स्टाइलिस्ट ग्राहकों को उनके कपड़े, हेयरस्टाइल और मेकअप के साथ अपनी शैली को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
- फैशन मर्चेंडाइजर– फैशन मर्चेंडाइजर खुदरा स्टोरों के लिए उत्पादों का चयन, मूल्य निर्धारण और प्रचार करते हैं।
- फैशन पत्रकार– फैशन पत्रकार फैशन उद्योग के बारे में समाचार और लेख लिखते हैं।
- फैशन फोटोग्राफर- फैशन फोटोग्राफर फैशन मॉडल और कपड़ों की तस्वीरें लेते हैं।
- फैशन शिक्षक– फैशन शिक्षक फैशन डिजाइनिंग और संबंधित विषयों को छात्रों को पढ़ाते हैं।
फैशन डिज़ाइनर सैलरी – Fashion designer salary in Hindi
भारत में फैशन डिज़ाइनर की सैलरी – एक फैशन डिज़ाइनर की शुरुआती सैलरी ₹3 लाख से ₹5 लाख प्रतिवर्ष (per annum) के बीच हो सकती है। अनुभव और प्रतिष्ठान के साथ यह रकम ₹15 लाख से ₹20 लाख तक भी पहुंच सकती है।
विदेशों में फैशन डिज़ाइनर की सैलरी – विदेशों में, खासकर फैशन हब माने जाने वाले देशों में, फैशन डिज़ाइनरों को काफी आकर्षक पैकेज मिलते हैं। अमेरिका में एक एंट्री लेवल डिज़ाइनर को $50,000 से $75,000 सालाना मिल सकते हैं, जो अनुभव के साथ $1,00,000 या उससे भी ज्यादा हो सकता है।
निष्कर्ष – Conclusion
12वीं के बाद Fashion डिजाइनिंग कोर्स फैशन की दुनिया में अपना नाम बनाने का एक शानदार अवसर है। यह रचनात्मक, प्रतिभाशाली और फैशन के प्रति जुनूनी छात्रों के लिए एक आदर्श विकल्प है। चाहे आप कपड़ों का कलेक्शन डिजाइन करना चाहते हों, एक फैशन ब्रांड शुरू करना चाहते हों, या फैशन उद्योग के किसी अन्य क्षेत्र में काम करना चाहते हों, 12वीं के बाद Fashion डिजाइनिंग कोर्स आपके सपनों को साकार करने में आपकी मदद कर सकता है।
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12वीं के बाद फैशन डिजाइनिंग कोर्स के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
Ans. सर्टिफिकेट कोर्स – ये छोटे अवधि के कोर्स होते हैं जो 6 महीने से लेकर 1 साल तक चल सकते हैं। इनमें बुनियादी डिजाइनिंग और सिलाई कौशल सिखाए जाते हैं।
डिप्लोमा कोर्स – ये पूर्णकालिक 1-2 साल के कोर्स होते हैं जो फैशन डिज़ाइन, पैटर्न मेकिंग, गारमेंट कंस्ट्रक्शन आदि विषयों पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
Ans. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (NIFT)
फैशन डिजाइन काउंसिल ऑफ इंडिया (FDCI) द्वारा मान्यता प्राप्त कॉलेज
पर्ल अकादमी
ऑटोडेस्क सेंटर फॉर डिज़ाइन एंड इनोवेशन प्रोग्राम
मित्तर कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड फैशन डिजाइन
Ans. कोर्स का स्तर
डिप्लोमा- फैशन डिजाइनिंग में डिप्लोमा कोर्स की फीस ₹50,000 से ₹2 लाख प्रति वर्ष तक हो सकती है।
स्नातक- फैशन डिजाइनिंग में स्नातक (B.F.Tech) कोर्स की फीस ₹1 लाख से ₹4 लाख प्रति वर्ष तक हो सकती है।
स्नातकोत्तर- फैशन डिजाइनिंग में स्नातकोत्तर (M.F.Tech) कोर्स की फीस ₹2 लाख से ₹5 लाख प्रति वर्ष तक हो सकती है।
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